Sukanya Samriddhi Yojana: लाखों रुपए का टैक्स बचाने के लिए इस योजना के लिए करें आवेदन, जानें जल्दी

Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भारत सरकार द्वारा बालिकाओं के लिए एक बचत योजना है, जिसे 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत लॉन्च किया गया। इस योजना का उद्देश्य भारतीय बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाना और उन्हें शिक्षा, विवाह और अन्य जरूरतों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

सुकन्या समृद्धि योजना के प्रमुख लाभ और विशेषताएँ:

1. उच्च ब्याज दर:

सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर सरकारी द्वारा निर्धारित की जाती है, जो आमतौर पर किसी अन्य बचत योजना की तुलना में अधिक होती है। मौजूदा ब्याज दर (मार्च 2025) 7.6% है, जो इस योजना को आकर्षक बनाती है।

2. कर लाभ (Tax Benefits):

इस योजना में जमा की गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है। साथ ही, ब्याज और निकासी की राशि भी कर मुक्त होती है।

3. न्यूनतम निवेश:

इस योजना में हर वर्ष न्यूनतम ₹250 रुपये का निवेश करना अनिवार्य है। हालांकि, अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है, लेकिन ₹1.5 लाख तक की राशि पर कर लाभ मिलता है।

4. समान दर पर ब्याज:

सुकन्या समृद्धि योजना में जमा की गई राशि पर ब्याज हर तिमाही (quarterly) के आधार पर मिलता है। यह ब्याज दर हर तिमाही में बदल सकती है, लेकिन यह हमेशा उच्च रहती है।

5. पात्रता:

यह योजना केवल बेटी के नाम पर खोली जा सकती है। एक परिवार में 2 बेटियाँ के लिए इस योजना का लाभ लिया जा सकता है। यदि तीसरी बच्ची जुड़ती है और वह तीसरी बेटी के रूप में पैदा होती है, तो योजना का लाभ दिया जा सकता है।

योजना को बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक खोला जा सकता है।

6. खाता संचालन:

सुकन्या समृद्धि खाता केवल बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है।

खाता किसी भी सरकारी बैंक या भारतीय पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है।

7. खाता संचालक:

इस खाते का संचालन बेटी की माता या पिता कर सकते हैं। बेटी की उम्र 10 वर्ष तक होने पर, खाता उनके अभिभावक द्वारा चलाया जाता है, और 10 वर्ष के बाद खाता बच्ची स्वयं चला सकती है।

8. खाता बंद करने का समय:

योजना की 10 वर्षों की मियाद होती है, और अगर 21 वर्ष की उम्र में ब्याज खाते में जमा किया गया पैसा निकाल लिया जाता है, तो खाता बंद हो सकता है।

योजना के तहत कोई भी राशि पर निकासी तभी की जा सकती है, जब बच्ची की 18 वर्ष की आयु पूरी हो जाए।

9. सुविधाएं:

यह योजना संचयी लाभ प्रदान करती है, मतलब जमा किए गए पैसे और ब्याज दोनों मिलकर एक बड़ी राशि बनाते हैं, जो बेटी के लिए एक अच्छा कोष तैयार करते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे:

दीर्घकालिक सुरक्षा: यह योजना एक दीर्घकालिक निवेश योजना है, जो विशेष रूप से बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करती है।

कम जोखिम: यह एक सरकारी योजना है, इसलिए इसमें निवेश पर कोई जोखिम नहीं होता।

लाभकारी ब्याज दर: इस योजना में उच्च ब्याज दर मिलती है, जो पैसे को समय के साथ बढ़ने में मदद करती है।

बेटी के भविष्य के लिए सुरक्षित कोष: यह योजना विशेष रूप से बेटी के शिक्षा और विवाह जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सुरक्षित वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता कैसे खोलें?

1. आवश्यक दस्तावेज़:

बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (सिर्फ लड़की के लिए)

माता-पिता का आधार कार्ड और पहचान प्रमाण पत्र

रुपे कार्ड या बैंक खाता

2. संचालन प्रक्रिया:

खाता बैंक या पोस्ट ऑफिस में ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोला जा सकता है।

3. संग्रह और जमा:

न्यूनतम ₹250 की राशि जमा करना आवश्यक है, और अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा किया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि योजना भारत में लड़कियों के लिए एक बेहद लाभकारी और सुरक्षित योजना है, जो उनके भविष्य को वित्तीय दृष्टि से मजबूत बनाती है। इसके माध्यम से माता-पिता अपनी बेटियों के लिए एक अच्छी राशि एकत्र कर सकते हैं, जो उनकी शिक्षा और विवाह के खर्चों को कवर कर सके।

Leave a Comment